(N. Chandrababu Naidu Biography in Hindi – Heading Wise)
एन. चंद्रबाबू नायडू
एन. चंद्रबाबू नायडू भारत के प्रसिद्ध राजनेता हैं, जो तकनीकी प्रगति, विकासशील सोच और प्रशासनिक कुशलता के लिए जाने जाते हैं। वे आंध्र प्रदेश राज्य के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं और तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के प्रमुख नेता हैं। उन्हें भारत में “डिजिटल गवर्नेंस” और “आईटी क्रांति” के अग्रदूतों में गिना जाता है।

प्रारंभिक जीवन और परिवार (Early Life and Family)
एन. चंद्रबाबू नायडू का जन्म 20 अप्रैल 1950 को आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के नारवरिपल्ले गांव में हुआ था। वे एक मध्यम वर्गीय कृषक परिवार से संबंध रखते हैं। उनके पिता का नाम नंदमूरी लक्ष्मैयाह था जो किसान थे और माता का नाम अमरावतीamma था।
उन्होंने पारंपरिक ग्रामीण जीवनशैली में अपने प्रारंभिक दिन बिताए और बचपन से ही पढ़ाई में रुचि थी।
शिक्षा (Education)
नायडू ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के स्कूल में पूरी की। उन्होंने श्री वेंकटेश्वर यूनिवर्सिटी, तिरुपति से अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर (MA in Economics) किया। इसी दौरान उन्होंने छात्र राजनीति में भाग लेना शुरू किया।
राजनीतिक करियर की शुरुआत (Start of Political Career)
नायडू ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) से की। वर्ष 1978 में, वे पहली बार चंद्रगिरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए और जल्द ही राज्य में कैबिनेट मंत्री बनाए गए। उन्होंने कांग्रेस पार्टी में रहते हुए सिनेमा, पर्यटन, और टेक्सटाइल मंत्रालय जैसे विभाग संभाले।
TDP में शामिल होना और उभार (Joining TDP and Rise in Politics)
1983 में, उनके ससुर और प्रसिद्ध तेलुगू अभिनेता एन. टी. रामाराव (NTR) ने तेलुगू देशम पार्टी (TDP) की स्थापना की। 1983 में कांग्रेस से TDP की ओर उनका झुकाव हुआ, और 1984 में उन्होंने TDP ज्वाइन कर ली। उन्होंने पार्टी में संगठनात्मक कौशल और प्रशासनिक क्षमता से जल्द ही अपनी विशेष पहचान बना ली।
नायडू और एन. टी. रामाराव के बीच संबंध (Relation with NTR)
एन. चंद्रबाबू नायडू ने एन. टी. रामाराव की बेटी भुवनेश्वरी से विवाह किया। यह रिश्ता केवल पारिवारिक नहीं बल्कि राजनीतिक रूप से भी निर्णायक रहा। हालांकि बाद में दोनों के बीच राजनीतिक मतभेद हो गए और 1995 में नायडू ने एक राजनीतिक तख्तापलट में NTR को सत्ता से हटाकर स्वयं मुख्यमंत्री पद संभाला।
मुख्यमंत्री के रूप में पहला कार्यकाल (1995–2004)
नायडू 1995 से 2004 तक लगातार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। इस दौरान उन्होंने जो मुख्य कार्य किए, उनमें शामिल हैं:
आईटी और तकनीकी विकास
– हैदराबाद को साइबराबाद में बदलने की उनकी योजना बेहद सफल रही।
– Microsoft जैसी बहुराष्ट्रीय कंपनियों को आंध्र प्रदेश में निवेश के लिए आकर्षित किया।
– हाइटेक सिटी, हैदराबाद की स्थापना की।
प्रशासनिक सुधार
– ई-गवर्नेंस की शुरुआत की।
– ग्रामीण विकास के लिए “जनम भूमि” कार्यक्रम शुरू किया।
बुनियादी ढांचे का विकास
– सड़क, बिजली और जल आपूर्ति परियोजनाओं में भारी निवेश किया।
– निजी निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए नीति परिवर्तित की।
शिक्षा और स्वास्थ्य
– डिजिटल शिक्षा और निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना को बढ़ावा दिया।
– स्वास्थ्य बीमा योजनाएं लागू कीं।
केंद्र में भूमिका (Role at National Level)
नायडू 1996-1998 के दौरान संयुक्त मोर्चा सरकारों के समय ‘किंगमेकर’ की भूमिका में रहे। उन्होंने केंद्र में तीसरे मोर्चे को समर्थन देने का कार्य किया और राष्ट्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण नेता के रूप में उभरे।
2004 में हार और विपक्ष की भूमिका (Defeat and Role in Opposition)
2004 के विधानसभा चुनावों में TDP को कांग्रेस से हार का सामना करना पड़ा। इसका प्रमुख कारण किसानों की आत्महत्याएं, सूखा और नायडू की शहरी-केंद्रित नीतियों को बताया गया।
नायडू ने इस हार से सबक लिया और TDP को पुनर्गठित किया। वे 10 वर्षों तक विपक्ष में रहते हुए लगातार राज्य के मुद्दों को उठाते रहे।
2014 में पुन: मुख्यमंत्री बनना (Second Term as CM – 2014–2019)
2014 में, आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद नायडू पुनः मुख्यमंत्री बने (अब केवल आंध्र प्रदेश के)। इस काल में उन्होंने राज्य को पुनर्निर्माण की दिशा में आगे बढ़ाया।
नई राजधानी ‘अमरावती’ की योजना
– उन्होंने अमरावती को नई राजधानी के रूप में प्रस्तावित किया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डिजाइन किया गया मास्टर प्लान बनाया।
– सिंगापुर के सहयोग से योजना तैयार की गई।
IT और स्मार्ट विलेज प्रोग्राम
– स्मार्ट विलेज/स्मार्ट वार्ड प्रोग्राम शुरू किया।
– डिजिटल गवर्नेंस को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाया। कृषि और सिंचाई
– पोलावरम परियोजना पर कार्य तेज किया।
– किसान ऋण माफी योजना लागू की।
2019 में हार और वर्तमान स्थिति (Loss in 2019 and Current Scenario)
2019 के चुनावों में TDP को वाईएसआर कांग्रेस से करारी हार मिली और नायडू विपक्ष के नेता बने। इसके बाद भी वे सक्रिय रूप से राज्य और राष्ट्रीय राजनीति में कार्यरत हैं।
गिरफ्तारी और 2023 की घटनाएं (Arrest and 2023 Events)
सितंबर 2023 में नायडू को एक कथित “स्किल डेवलपमेंट घोटाले” के मामले में गिरफ्तार किया गया। यह गिरफ्तारी राजनीतिक रूप से काफी चर्चित रही और TDP समर्थकों के बीच व्यापक विरोध हुआ।
हालांकि, कुछ समय बाद उन्हें जमानत मिल गई और उन्होंने पुनः सक्रिय राजनीति शुरू की।
2024–2025: नयी वापसी (Return in 2024–25)
2024 के आम चुनाव और आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों में TDP ने भाजपा और JSP (जनसेना) के साथ मिलकर जबरदस्त वापसी की।
नायडू एक बार फिर मुख्यमंत्री बने और उन्होंने “जनता के शासन” की बात करते हुए अपनी प्राथमिकताओं में:
– युवाओं के लिए रोजगार
– सिंचाई और कृषि
– निवेश और उद्योग
– भ्रष्टाचार पर नियंत्रण
को सर्वोपरि बताया।
व्यक्तिगत जीवन (Personal Life)
नायडू का विवाह एन. टी. रामाराव की पुत्री भुवनेश्वरी से हुआ है। उनका एक पुत्र है – नारा लोकेश, जो एक सक्रिय राजनेता हैं और TDP के वरिष्ठ नेता हैं।
विचारधारा और नेतृत्व शैली (Ideology and Leadership Style)
नायडू तकनीकी प्रगति, प्रशासनिक दक्षता और विकासोन्मुख सोच के समर्थक हैं। उनकी नेतृत्व शैली विश्लेषणात्मक, निर्णयात्मक और दीर्घकालिक योजनाओं पर आधारित होती है।
वे डेटा-ड्रिवन शासन मॉडल को प्राथमिकता देते हैं।
आलोचना और विवाद (Criticism and Controversies)
– उन पर शहरीकरण और निजीकरण को अधिक प्राथमिकता देने का आरोप लगा।
– किसानों की उपेक्षा के कारण 2004 की हार।
– 2023 की गिरफ्तारी और उस पर हुई राजनीति।
उपलब्धियां और सम्मान (Achievements and Awards)
– “आईटी मैन ऑफ द ईयर” – इंडिया टुडे
– “बिजनेस पर्सन ऑफ द ईयर” – इकोनॉमिक टाइम्स (2001)
– टाईम पत्रिका ने उन्हें “साउथ एशिया के सबसे प्रभावशाली लोगों” में शामिल किया।
– कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व किया।
निष्कर्ष (Conclusion)
एन. चंद्रबाबू नायडू केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि एक विजनरी नेता हैं। उन्होंने भारतीय राजनीति में आधुनिक प्रबंधन और तकनीकी नवाचार का समावेश किया। चाहे IT विकास हो, प्रशासनिक पारदर्शिता हो या शहरी योजना – नायडू ने हमेशा लंबी सोच के साथ कार्य किया। आज भी वे भारतीय राजनीति के एक महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।