प्रारंभिक जीवन एवं पारिवारिक पृष्ठभूमि
डॉ. मोहन यादव का जन्म 25 मार्च 1965 को उज्जैन (मध्य प्रदेश) में हुआ था। उनके पिता श्री पूनमचंद यादव और माता श्री लीलाबाई यादव थीं (politicianinfo.in)। उज्जैन की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत में पले-बढ़े यादव बचपन से ही स्थानीय जीवन से जुड़े थे।

परिवार
- पिता-पुत्र संबंध: पूनमचंद यादव ने बेटे की शिक्षा और आदर्शों पर ध्यान दिया, जबकि लीलाबाई की मातृभावना ने मोहन को जीवन के मूल्यों से जोड़ रखा ।
- भाइ–बहन: उनके दो भाई—नारायण यादव और नन्दलाल यादव—साथ ही दो बहनें—ग्यारसी बाई व कलावती यादव—भी हैं। परिवार में राजनीति, सामाजिक कार्य और मीडिया में सक्रिय रहे ।
शिक्षा एवं छात्र जीवन
शैक्षिक क्रम
डॉ. यादव की शिक्षा उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय तथा माधव विज्ञान महाविद्यालय में हुई:
- B.Sc. (विज्ञान स्नातक),
- LLB (कानून),
- M.A. (राजनीति शास्त्र),
- MBA (प्रबंधन),
- PhD (विधि या राजनीति शास्त्र)—सभी विक्रम विश्वविद्यालय से (en.wikipedia.org)।
छात्र राजनीति
- वर्ष 1982 में माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्र संघ के सह–सचिव चुने गए।
- 1984 में अध्यक्ष के रूप में दोबारा जिम्मेवारी संभाली (mpvidhansabha.nic.in)।
- ABVP से जुड़कर 1986–92 तक विभिन्न प्रभार संभाले → 1990–92 में राष्ट्रीय स्तर पर संगठन में पदस्थ।
- 1993–96 तक RSS में नगर व खण्ड कार्यवाह के रूप में सक्रिय रहे ।
छात्र जीवन में संगठनात्मक कुशलता विकसित करने के साथ-साथ सामाजिक नेतृत्व की नींव रखी, जो आगे चलकर उनके राजनैतिक जीवन के लिए आधार बनी।
3. संगठनात्मक राजनीति और सामाजिक सेवा
1980–2000 के बीच डॉ. यादव ने निम्नलिखित प्रमुख पदों पर कार्य किया:
- 1997–99: भाजपा युवा मोर्चा (BJYM) में उज्जैन संभाग प्रभारी, प्रदेश कार्य समिति सदस्य।
- 2000–03: भाजपा नगर-ज़िला महामंत्री, विक्रम विश्वविद्यालय कार्यपरिषद का सदस्य।
- 2004–10: उज्जैन विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष (राज्य मंत्री रैंक), सिंहस्थ मेला केंद्रीय समिति समेत अन्य सामुदायिक नोडलों का संचालन (mpvidhansabha.nic.in)।
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इन पदों पर रहते हुए उन्होंने प्रचार, प्रशासन, योजनाओं की रूपरेखा और समुदाय के निकट काम करने की क्षमता विकसित की।
विधायकी कैरियर एवं मंत्री पद
चुनावी सफर
- 2013: पहली बार MLA चुने गए, उज्जैन दक्षिण क्षेत्र से। 9,652 मतों से कांग्रेस प्रत्याशी को हराया था (oneindia.com)।
- 2018: दूसरी बार जीत दर्ज की; इस बार 18,960 वोट से विजयी रहे (oneindia.com)।
- 2023: तीसरी बार चुनाव जीतने में सफल। इस बार उन्होंने 12,941 मतों की बढ़त बनाई (ndtv.com)।
मंत्री पद
2 जुलाई 2020 को शिवराज सिंह चौहान सरकार में उन्हें उच्च शिक्षा मंत्री नियुक्त किया गया। इस भूमिका में उन्होंने राज्य की शिक्षा नीति, शैक्षणिक सुधार एवं संस्थानों के पुनर्गठन की जिम्मेदारी संभाली ।
मुख्यमंत्री बनना
13 दिसंबर 2023 को हुए मंत्रिमंडल विस्तार में डॉ. मोहन यादव 19वें मुख्यमंत्री नियुक्त हुए (oneindia.com)।
- राज्य बीजेपी विधायकों की बैठक में शिवराज जी ने उनका नाम प्रस्तावित किया, जिसे सभी ने अनुमोदित किया था ।
- उनके साथ राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवदा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया ।
- शपथ समारोह में प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह सहित कई सेनाध्यक्ष उपस्थित थे, जिसने उनके नेतृत्व को कद बनाने में मदद की ।
नीतिगत पहलकदमियाँ और मुद्दे
साँस्कृतिक और धार्मिक संतुलन
- मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रथम निर्णयों में धार्मिक स्थलों, घंटाघरों एवं लाउडस्पीकर के उपयोग के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश बनाए गए ।
- उन्होंने Devi Ahilyabai Holkar की नीतियाँ आधुनिक प्रशासन में आत्मसात करने की बात कही, महिलाओं के उत्थान, समाजिक सुधार और सांस्कृतिक विरासत को भी प्राथमिकता दी (timesofindia.indiatimes.com)।
सामाजिक सुधार और शिक्षा
- “महिला सशक्तिकरण रैली” में CM यादव ने सबके सामाजिक और आर्थिक विकास पर जोर दिया—किसान, युवा, महिलाओं सहित सभी वर्गों पर नीति निर्माण की बात कही ।
- शिक्षा क्षेत्र में PhD कार्यक्रमों की समीक्षा की, स्थानीय राय आधारित पाठ्यक्रम–सुधार और इंजीनियरिंग शिक्षा में महाकाव्य, संस्कृत जैसे विषयों को शामिल करने का प्रस्ताव ।
- उच्च शिक्षा में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए राज्य स्तरीय संस्थागत समन्वय को मजबूत किया गया।
आर्थिक और निवेश नीतियाँ
- ग्रामीण व सहकारी संस्थाओं जैसे डेयरी, कृषि, पेट्रोल पंप आदि में निवेश बढ़ाने के लिए सुगमता नीति लागू की गई।
- यूज्जैन को ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (GCC) के रूप में विकसित करने की दिशा में कार्य आरंभ हुआ—डिजिटल एवं सूचना प्रौद्योगिकी आधारित निवेश को आकर्षित करने की कोशिश जारी है।
- राज्य को आर्थिक प्रगति में ऊँची पंक्ति पर लाने के लिए उद्योग व सेवा क्षेत्र में विशेषज्ञ–समूह बनाए गए हैं।
कानून व्यवस्था एवं सांप्रदायिक एकता
- कार्यालय संभालने के बाद कुछ दिनों में ही “बुलडोजर कार्रवाई” जैसी पहली कार्रवाइयाँ की, जिससे कानून व्यवस्था की दृढ़ता दिखाई गई ।
- मांसाहार दुकानों पर प्रतिबन्ध और सड़कों पर खुले में मांस बिक्री पर नियंत्रण लाया गया ।
- सांप्रदायिक एकता बनाए रखने हेतु राज्य सरकार ने केंद्र की नीतियों से तालमेल रखते हुए कदम उठाए।
व्यक्तिगत जीवन और रुचियाँ
परिवार
- पत्नी: सीमा यादव
- तीन संतानें: दो पुत्र—अभिनंदन/वैभव यादव (एक Doctor/शिक्षा क्षेत्र में) और एक पुत्री—अंकाक्षा यादव (डायग्नोֺलॉजिस्ट) (mpvidhansabha.nic.in)।
शौक
- कुश्ती के प्रति गहरी रुचि; राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर की कुश्ती संघ के अध्यक्ष रहे।
- पशुपालन, धार्मिक ग्रंथ, भारतीय इतिहास व पर्यटन क्षेत्र में भी सक्रिय रुचि ।
- निबंध लेखन—”संकल्प शुभकृत”, “क्रोधी”, “विश्ववसु” जैसी पुस्तकें प्रकाशित की।
आर्थिक स्थिति
- कुल संपत्ति ~ ₹42 करोड़—अचल एवं चल संपत्ति, नकदी, निवेश और ऋण शामिल (starsunfolded.com)।
- ऋण लगभग ₹8.5 करोड़ तक का रहा।
पुरस्कार, सम्मान और मान्यता
- 2011–13 तक पर्यटन के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित (oneindia.com)।
- उज्जैन विकास हेतु NRI संगठन (शिकागो, अमेरिका) द्वारा महात्मा गांधी पुरस्कार तथा ISKCON फाउंडेशन द्वारा मान्यता मिली (starsunfolded.com)।
विवादित बयान और आलोचना
- PhD प्रणाली को लेकर विवादित टिप्पणी की थी—“पहले PhD आसानी से नकल से मिली, अब नहीं मिलता”—जिस पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी ।
- जब MP ulema बोर्ड ने ‘पठान’ फिल्म पर प्रतिबंध का समर्थन किया, तब उन्होंने कहा कि Bollywood को संस्कृति का सम्मान करना चाहिए ।
राजनीतिक रणनीति और भविष्य की राह
OBC प्रतिनिधित्व
- यादव स्वयं OBC समुदाय से हैं, और उनका मुख्यमंत्री बनना BJP की OBC रणनीति का अंग है—विशेष रूप से जनजातीय क्षेत्रों में OBC व वोट को मजबूत करने के लिए ।
युवा नेतृत्व व बदलाव
- PM मोदी और अमित शाह के लोकसभा–चुनाव में युवा नेतृत्व की दिशा पर चलते हुए उन्हें CM चुना गया ।
- मुख्यमंत्री युवा हैं (वर्ष 60, 2025 में), डिजिटल बदलाव, जन–संपर्क तंत्र, तकनीकी मूलभूत संरचना पर ध्यान देने वाले दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करते हैं।
अगामी चुनावी रणनीति
- राज्य विधानसभा (2028) और लोकसभा (2029) चुनावों में OBC+, धार्मिक स्थिरता व युवा-उन्मुख नीतियों के जरिये BJP को मजबूत करेंगे।
- निवेश, रोजगार, किसान कल्याण—ये सब उनके एजेंडे का हिस्सा होंगे।
निष्कर्ष
डॉ. मोहन यादव एक गंभीर शैक्षणिक पृष्ठभूमि, गहरी संगठनात्मक अनुभव और विविध भूमिकाओं वाले व्यक्ति हैं। छात्र राजनीति से निकलकर RSS‑ABVP‑BJYM‑भाजपा एवं राज्य सरकार तक की यात्रा उन्हें एक सशक्त नेता बनाती है। मुख्यमंत्री पद पर उनका यह पहला कार्यकाल रहेगा, लेकिन इसके बावजूद—शैक्षिक सुधार, सांस्कृतिक संतुलन, कानून‑व्यवस्था पर ज़ोर, OBC प्रतिनिधित्व और आर्थिक नीतियों के माध्यम से वे अपनी पहचान बना रहे हैं।