एयर इंडिया विमान हादसे में जान गंवाने वाली केबिन क्रू का आखिरी मैसेज छलक उठा दर्द पिता का

गुजरात में एयर इंडिया विमान हादसे से पूरा देश दुखी है 264 लोगों ने इस हादसे में अपनी जान गवाही है इनमें एयर इंडिया में काम करने वाली मणिपुर की दो केबिन क्रु भी शामिल थीं सिंहासन मणिपुर के कुकी समुदाय से आई थी वही नागांठोई शर्मा कोबराईलत पंप मैं तेरी समुदाय से थी

इस वक्त पूरे देश में अहमदाबाद प्लेन क्रैश हाथी के कारण दुख की लहर व्याप्त है गुरुवार को दे पर 1:30 के करीब अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट टेक ऑफ करते ही क्रैश हो गई है हादसे में कुल विमान सवारी यात्रियों सहित कुल 265 लोगों की मृत्यु हो गई है हादसे के पीछे का असली कारण क्या था इसका पता लगाने के लिए जांच की जा रही है विमान में 12 क्रू मेंबर 242 लोकसभा थे इनमें से सिर्फ एक ही यात्री की जान बची जिनकी मेंबर्स की जान गई उनमें दो मणिपुर के रहने वाली थी

एयर इंडिया विमान हादसे का शिकार हुई दोनों मणिपुर की बेटियों की पहचान नोबेल जिले के थोबल अवांग लेकर निवासी को करलायत पंप नागंत हुई शर्मा और चुरा चांदपुर जिले के सिंहासन जमुना ट्रेन के रूप में हुई इस दुखद घटना की सूचना के बाद मणिपुर में शोक की लहर दौड़ गई लैमन थीम सिंहासन मणिपुर के कुकी समुदाय से आई वहीं नग्न थो शर्मा को गुरु भाई लत पंप समुदाय से थी यह दोनों एयर इंडिया की फ्लाइट ए ए 171 केक केबिन क्रू सदस्यों में शामिल थे इस विमान हादसे में दोनों को ही छीन लिया

नागांठोई पिछले डेट साल से एयर इंडिया में केबिन को सदस्य के रूप में कार्यरत थी तीन बहनों में मछली लगन थोड़ी ने दुर्घटना से ठीक पहले सुबह करीब 11:48 बजे अपनी बहन को एक मैसेज भेजा था इसमें लिखा था मैं लंदन जा रही हूं कुछ भी मिनट में हम उड़ान भरेंगे हम कुछ समय तक बात नहीं कर पाएंगे लेकिन धोखा दिया रहा कि यह संदेश उसका आखिरी संदेश साबित हुआ

परिवार और समुदाय में शोक का माहौल

हादसे की खबर मिलते ही मणिपुर में रह रहे हैं उनके परिजनों को गहरा सदमा लगा लगन थोड़ी के परिवार और स्थानीय समुदाय में शोक का माहौल है गंगा बुक विधानसभा क्षेत्र के विधायक को ग्राम सूरज कुमार ने गुरुवार को को नग्न थोड़ी के थंबल अवांग लेकर स्थित निवास पर जाकर परिवार से मुलाकात की उन्होंने परिवार के दुख को साझा करते हुए अपनी गाड़ी समझना व्यक्त की विधायक ने कहा या मणिपुर के लिए एक अपूर्ण छाती है लगन थोड़ी है कोनार होती थी जिन्होंने अपने परिश्रम से यह मुकाम हासिल किया था हम इस मुश्किल घड़ी उनके परिवार के साथ है

मार्च में सरप्राइज देने आई थी नागांठोई के पिता

नागनाथोई के पिता ने कहा नागांठोई इंफाल क के डीएम कॉलेज में अपना पहले सेमेस्टर एग्जाम दिया था उसके कुछ दो एयर होस्टेस बनने की ट्रेनिंग ले रहे थे जब इंटरव्यू के लिए गए तो उन्होंने उसे भी बुलाया वह गई और उसकी सिलेक्शन हो गई वह बहुत छोटी थी लेकिन मैं खुश था कि उसे एक अच्छी कंपनी में नौकरी मिल गई थी मैंने सोचा कि जब वह बड़ी हो जाएगी तो मणिपुर में कोई स्थिर काम ढूंढने की कोशिश कर सकती है नागंत हुई के पिता ने बताया कि वह आखरी बार इस साल मार्च में आई थी वह उसे सरप्राइस देने के लिए उसे समय आई थी जब उसके पिता हॉस्पिटल में इलाज कर रहे थे

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